समय से पहले ओर भाग्य से ज्यादा कभी कुछ नही मिलता है ।
मनुष्य के दुःखी होने का सबसे बड़ा कारण यह है कि वह समय से पहले सब कुछ पा लेना चाहता है, समय से पहले अपने सपनों अपनी इच्छाओं को पूरा कर लेना चाहता है ।
ओर इसी कारण से मनुष्य अनेक तरह के प्रपंच करता है , ओर फँसता चला जाता है समस्याओ के जाल मे । भला समय से पहले कभी फल लगे है पेड़ पर ,
कभी समय से पहले फसल पकी है क्या खेतों मे ।
समय से पहले कोई बच्चा गर्भ से बाहर आता है क्या ।
अगर कोई फल, फसल, ओर बच्चे को समय से कृत्रिम तरीकों से इस दुनिया मे लाना चाहेगा , तो उनमे विकृति पैदा हो जायेगी, हो सकता है कि वह नष्ट भी हो जाये।
कोई व्यवसाय को बढाकर शीघ्रता से धनपति बनने हेतु कर्ज ले लेता है, लेकिन व्यवसाय मे सफल ना होने पर कर्ज मे डूब जाता है, अब चुकाते रहो जीवन भर कर्ज।
कोई करोड़पति बनने के लिये शेयर मार्केट या जुआँ मे पैसे लगा देता है लेकिन किस्मत साथ ना होने पर रोड़पति बन जाता है ।
कोई अपना काम शीघ्रता से गैर कानूनी तरीके से बनाने हेतु किसी को रिश्वत दे देता है, लेकिन संबंधित व्यक्ति के फ्राॅड़ निकलने पर धोखा हो जाता है ।
कोई युवति किसी यूवक कि बाहर कि चमक धमक देखकर उसके प्रेमजाल मे फँसकर सुनहरे सपनों मे खो जाती है, लेकिन बाद मे पता चलता है कि यह सबतो उसका धर्म परिवर्तन करवाने के लिये किया गया था ।
कोई यूवक किसी सुन्दर स्त्री को देखकर उससे विवाह कर लेता है, लेकिन अगले दिन पता चलता है कि वह सारे जेवरात ओर नकदी लेकर चंपत हो गई ।
उदाहरण ओर भी अनेक दिये जा सकते है , आप सब देखते ही हो अपने आस पास हमेशा ।
ज्योतिष का सबसे बड़ा लाभ यही है कि वह समय के इस चक्र को समझा देती है, किस परिस्थिति मे क्या निर्णय लेना चाहिये यह ज्योतिष बता देती है।
मेरी दृष्टि मे ज्योतिष से बढकर ओर कोई आश्चर्यजनक विज्ञान इस पृथ्वी पर नही है ।
अपनी इच्छाओं ओर सपनों को पूरा करने के लिये जल्दबाजी न करे , धैर्य रखे ।
धीरे धीरे रे मना, धीरे धीरे सब होय ।
माली सींचे सौ घड़ा , ऋतु आये फल होय ।।
ज्योतिषाचार्य
भारतभूषण शर्मा
09929163436