वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने का एक मार्ग

जिनकी जन्मपत्रिका मे विवाह सुख नही लिखा होता है , उन व्यक्तियों को यदि कोई एसा जीवनसाथी मिलता है ,जिसमे शारीरिक रूप से कोई दोष हो तो उन्हे एसे जीवनसाथी को चुन लेना चाहिये ।
इससे जो ग्रह आपके विवाह सुख को बिगाड रहा होता है ,उस ग्रह का प्रभाव आपको आपके जीवनसाथी मे केवल शारीरिक दोष के रूप मे मिलकर रह जाता है , वैवाहिक जीवन छोटी मोटी समस्याओ के साथ चलता जाता है । एसे रिश्तों मे बडे झगडे ओर तलाक कि सम्भावना 90% घट जाती है ।
अगर किसी कि जन्मपत्रिका मे विवाह सुख नही लिखा है , ओर वो व्यक्ति विवाह के लिये यदि बहुत अधिक नखरे करता है , आने वाले रिश्तों मे छोटी-मोटी कमियाँ निकालकर उन्हे रिजेक्ट करता जाता है , एसे व्यक्ति को केवल विवाह के कारण ही बहुत बडे दुःख झेलने पडते है ।
आपने एसे पति-पत्नियों का डिवोर्स बहुत कम देखा होगा ,जिनमे कोई शारीरिक दोष हो ।
भारतभूषण शर्मा