राजनीति मे अपार सफलता देता है राहु
***राजनीति में अपार सफलता देता है बलवान राहु****
एक समय था जब राजनीति का विचार सूर्य ओर बृहस्पति से किया जाता था.. क्यों कि सूर्य राजा है तथा बृहस्पति को मंत्री पद प्राप्त है ।
पाराशर जी ने ज्योतिष कि शुरूवात करने से पहले ही साफ ओर स्पष्ट शब्दो में कहा है..
"" जो दैवज्ञ देश काल ओर परिस्थिति का विचार करके फल कथन करता हो उसका कथन कभी भी असत्य नही होगा"""
इसलिये आज के समय के देश काल ओर परिस्थिति के अनुसार ज्योतिष में रिसर्च कि बहुत अधिक आवश्यकता है ।
ज्योतिष के किसी भी प्राचीन ग्रन्थ में राहु को राजनीति का स्वामी नही बताया गया है.. क्यो कि जिस काल में ज्योतिष कि रचना हुइ थी उस समय में यह कारकत्व सूर्य ओर गुरू के पास था ।
किन्तु काल ने अब राजनीति का दायित्व इस कलियुग में राहु को सौंप दिया है ।
क्यों कि आज के समय में राजनीति में वही व्यक्ति सफल होता है जो छल कपट ओर झूठ बोलने में माहिर हो.. अपनी वाणी से झूठी माया का जाल फेलाकर लोगो के मन को मोहने कि कला में जो पारंगत हो ।
यह सभी गुण राहु द्वारा प्रदत्त किये जाते है ।
यह सर्वविदित है कि किस प्रकार राहु ने बुद्धिमान देवताओ ओर मोहिनी रूप धरे भगवान विष्णु को धोखा देकर अमृत पी लिया था । तथा अमृत पान करके अमर हो गया था ।
राहु प्रधान व्यक्ति झूठ इस प्रकार बोलता है कि मानो वह 100% सच बोल रहा हो..
राहु से प्रभावित व्यक्ति दूसरो के मन कि गुप्त बातो को अपने मन में भाँप लेता है । अपने शत्रु कि अगलि चाल चलने से पहले वह अपनी चाल चल चुका होता है ।
राहु दो लोगो के बीच कि लडाई का फायदा उठाकर अपनी उन्नति करता है ।
राहु प्रधान व्यक्ति हमेशा मित्र बनकर ही धोखा देता है..। यह हमेशा रूप बदलकर आता है.. जेसे कोइ राहु प्रधान जातक आपका शत्रु है तो वह आपके साथ मित्रता का ढोंग रचायेगा..तथा समय आने पर अपना बदला 100% पूरा करेगा । उसे आपसे कुछ पाना है तो उसी तरह का झूँठा व्यवहार आपके साथ करेगा ।
राहु प्रधान जातक कभी भी किसी का सच्चा मित्र नहीं बन सकता है..लेकिन दिखावा इस प्रकार करता है जेसे उसके समान संसार में आपका कोइ हितैषी नही हो ।
राहु प्रधान जातक हमेशा वही जाकर टिकता है जहाँ से उसका स्वार्थ पूरा होने वाला हो ।
राहु प्रधान व्यक्ति हमेशा दोहरा जीवन जीता है...
1.एक समाज को जो दिखता है...
2. दूसरा जिसे उसके सिवा ओर कोइ नही जानता हो ।
राहु प्रधान जातक का असली चेहरा समाज के सामने बहुत मुश्किल से आता है..क्यों कि यह बहुत ही चालाक होते है..।
जितने भी ढोंगी बाबा आज के समय में पकडे जाते है यह सभी राहु से प्रभावित होते है..।
राहु प्रधान जातक अपने नीजि जीवन में बहुत ही अय्याश प्रवृति के होते है ।
क्यों कि राहु दैत्य है इसे सुरा ओर सुंदरी में अत्यधिक रूचि होती है ।
आज के समय में किसी भी बडे राजनेता,ढोंगी बाबा, ठग ओर मानसिक शक्ति से अपराधो को जन्म देने वाले शातिर अपराधी कि जन्म कुण्डली उठाकर देख लो, उसकि सफलता के पीछे कि कहानि जन्मकुण्डली में राहु बडे आसान शब्दो में कह रहा होता है ।
आज के समय में राजनीति में सफलता कि चाह रखने वाले व्यक्तियो के लिये राहु वरदान है... क्यों कि आज का हर एक नेता राहु कि ही देन है ।
अब एसा भी नही है कि सभी राजनेता दुष्ट ही इसी प्रकार के होंगे.. क्यों कि कुण्डली में बाकि के 8 ग्रह भी व्यक्तित्व निर्माण में भूमिका निभाते है.. लेकिन एक राजनेता के ऊपर राहु कि कृपा बहुत आवश्यक है । बिना झूठ ओर छल कपट के राजनीति में कोइ भी सफल नही हो सकता है.. शायद इसीलिये राजनीति को "" वैश्या"" कि उपमा दी गई है ।
नरेन्द्र मोदी जी के प्रधानमंत्री चुनाव के समय उनको चन्द्र मे राहु का अन्तर था-- उनकि जन्मकुंडली मे राहु के बल को जानकर 30 अप्रैल 2014 को मेने 100% pm बनने कि भविष्यवाणी कि थी--। जो 16 मई को सत्य साबित हुई थी ।
क्यो कि मुझे राहु पर दृढविश्वास था ।
भारत भूषण शर्मा
***राजनीति में अपार सफलता देता है बलवान राहु****
एक समय था जब राजनीति का विचार सूर्य ओर बृहस्पति से किया जाता था.. क्यों कि सूर्य राजा है तथा बृहस्पति को मंत्री पद प्राप्त है ।
पाराशर जी ने ज्योतिष कि शुरूवात करने से पहले ही साफ ओर स्पष्ट शब्दो में कहा है..
"" जो दैवज्ञ देश काल ओर परिस्थिति का विचार करके फल कथन करता हो उसका कथन कभी भी असत्य नही होगा"""
इसलिये आज के समय के देश काल ओर परिस्थिति के अनुसार ज्योतिष में रिसर्च कि बहुत अधिक आवश्यकता है ।
ज्योतिष के किसी भी प्राचीन ग्रन्थ में राहु को राजनीति का स्वामी नही बताया गया है.. क्यो कि जिस काल में ज्योतिष कि रचना हुइ थी उस समय में यह कारकत्व सूर्य ओर गुरू के पास था ।
किन्तु काल ने अब राजनीति का दायित्व इस कलियुग में राहु को सौंप दिया है ।
क्यों कि आज के समय में राजनीति में वही व्यक्ति सफल होता है जो छल कपट ओर झूठ बोलने में माहिर हो.. अपनी वाणी से झूठी माया का जाल फेलाकर लोगो के मन को मोहने कि कला में जो पारंगत हो ।
यह सभी गुण राहु द्वारा प्रदत्त किये जाते है ।
यह सर्वविदित है कि किस प्रकार राहु ने बुद्धिमान देवताओ ओर मोहिनी रूप धरे भगवान विष्णु को धोखा देकर अमृत पी लिया था । तथा अमृत पान करके अमर हो गया था ।
राहु प्रधान व्यक्ति झूठ इस प्रकार बोलता है कि मानो वह 100% सच बोल रहा हो..
राहु से प्रभावित व्यक्ति दूसरो के मन कि गुप्त बातो को अपने मन में भाँप लेता है । अपने शत्रु कि अगलि चाल चलने से पहले वह अपनी चाल चल चुका होता है ।
राहु दो लोगो के बीच कि लडाई का फायदा उठाकर अपनी उन्नति करता है ।
राहु प्रधान व्यक्ति हमेशा मित्र बनकर ही धोखा देता है..। यह हमेशा रूप बदलकर आता है.. जेसे कोइ राहु प्रधान जातक आपका शत्रु है तो वह आपके साथ मित्रता का ढोंग रचायेगा..तथा समय आने पर अपना बदला 100% पूरा करेगा । उसे आपसे कुछ पाना है तो उसी तरह का झूँठा व्यवहार आपके साथ करेगा ।
राहु प्रधान जातक कभी भी किसी का सच्चा मित्र नहीं बन सकता है..लेकिन दिखावा इस प्रकार करता है जेसे उसके समान संसार में आपका कोइ हितैषी नही हो ।
राहु प्रधान जातक हमेशा वही जाकर टिकता है जहाँ से उसका स्वार्थ पूरा होने वाला हो ।
राहु प्रधान व्यक्ति हमेशा दोहरा जीवन जीता है...
1.एक समाज को जो दिखता है...
2. दूसरा जिसे उसके सिवा ओर कोइ नही जानता हो ।
राहु प्रधान जातक का असली चेहरा समाज के सामने बहुत मुश्किल से आता है..क्यों कि यह बहुत ही चालाक होते है..।
जितने भी ढोंगी बाबा आज के समय में पकडे जाते है यह सभी राहु से प्रभावित होते है..।
राहु प्रधान जातक अपने नीजि जीवन में बहुत ही अय्याश प्रवृति के होते है ।
क्यों कि राहु दैत्य है इसे सुरा ओर सुंदरी में अत्यधिक रूचि होती है ।
आज के समय में किसी भी बडे राजनेता,ढोंगी बाबा, ठग ओर मानसिक शक्ति से अपराधो को जन्म देने वाले शातिर अपराधी कि जन्म कुण्डली उठाकर देख लो, उसकि सफलता के पीछे कि कहानि जन्मकुण्डली में राहु बडे आसान शब्दो में कह रहा होता है ।
आज के समय में राजनीति में सफलता कि चाह रखने वाले व्यक्तियो के लिये राहु वरदान है... क्यों कि आज का हर एक नेता राहु कि ही देन है ।
अब एसा भी नही है कि सभी राजनेता दुष्ट ही इसी प्रकार के होंगे.. क्यों कि कुण्डली में बाकि के 8 ग्रह भी व्यक्तित्व निर्माण में भूमिका निभाते है.. लेकिन एक राजनेता के ऊपर राहु कि कृपा बहुत आवश्यक है । बिना झूठ ओर छल कपट के राजनीति में कोइ भी सफल नही हो सकता है.. शायद इसीलिये राजनीति को "" वैश्या"" कि उपमा दी गई है ।
नरेन्द्र मोदी जी के प्रधानमंत्री चुनाव के समय उनको चन्द्र मे राहु का अन्तर था-- उनकि जन्मकुंडली मे राहु के बल को जानकर 30 अप्रैल 2014 को मेने 100% pm बनने कि भविष्यवाणी कि थी--। जो 16 मई को सत्य साबित हुई थी ।
क्यो कि मुझे राहु पर दृढविश्वास था ।
भारत भूषण शर्मा
1 Comments
Guru ji kiya ab Modi hi dubara banege pm
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