ज्योतिषशास्त्र का मार्गदर्शन कब लेना चाहिये ?
ज्योतिष शास्त्र को तीसरा नेत्र कहा गया है, क्योंकि इसकी सहायता से भविष्य के गर्भ मे जो छुपा हुआ है, वो देखा जा सकता है । आपके भाग्य मे क्या लिखा है ? वो पढा जा सकता है। आपकी किस्मत आपको सफलता की सीढियाँ चढाना चाहती है, या आपको दुर्भाग्य के चक्र मे फसाना चाहती है,यह पहले देखा जा सकता है ।
आपके पंखों मे कितनी उडान भरने कि क्षमता है, वो क्षमता आपकी जन्मकुण्डली स्पष्ट रूप से दर्शा देती है ।
अतः जब भी आप इस जीवन मे कोई रिस्क लेना चाहते है, तो पहले आपको अपनी क्षमता जाँच लेनी चाहिये ।
जब भी आप इस जीवन मे कोई नई योजना बनाना चाहते है, तब आपको पहले अपने समय के बारे मे जान लेना चाहिये ।
आजकल मोटिवेशनल स्पीकरों कि भरमार है , जो आपको सफल व्यक्तियों कि कहानियाँ सुनाकर आपमे फिजूल का आत्मविश्वास भरदेते है, जिसका दुष्परिणाम यह होता है कि आप बिना अपने समय ओर क्षमता को पहचाने रिस्क मोल लेते है, ओर समस्याओं के जाल मे फस जाते है ।
मोटीवेशन अच्छी बात है, लेकिन अति होने पर यह खतरनाक है ।
जिनके सितारों मे दम होता है, उन्हे किसी के पास मोटीवेशन लेने के लिये जाने कि जरूरत नही पडती , वे स्वयं दूसरों के लिये मोटीवेशन बन जाते है।
हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी किसी के पास मोटीवेशन लेने नहीं गये, जबकि आपको उनका बैकग्राउंड पता है ।
जबकि राहुल गाँधी के पास बैकग्राउंड, पैसा-पावर जन्म से है,लेकिन वे हमेशा हँसी के पात्र बन जाते है । अतः मोटीवेशन एक सीमा तक अच्छा होता है ।
आप अपने किसी मित्र या पडोसी कि तरक्की देखकर शीघ्र अधिक धन कमाने के लिये नये तरीके अपनाते है, ओर समस्याओं के जाल मे फस जाते है । इस दुनिया मे आप किसी कि नकल करके सफल नहीं हो सकते है, आपमे अलग क्या है ,आपकी क्षमता क्या है ,आपके सितारों मे कितना दम है ,उसे जान लेना अति आवश्यक होता है ।
अधिकांशतः व्यवसायी लोग व्यवसाय के डूब जाने कि स्थिति मे परामर्श के लिये संपर्क करते है, मैं उनसे कहता हुँ,कि आपको व्यवसाय प्रारंभ करने से पूर्व परामर्श लेना चाहिये था ।
पर जिसके भाग्य मे असफलता का स्वाद लिखा हो , वो पहले ज्योतिष पर विश्वास नही करता ,या अति आत्मविश्वास मे परामर्श नही लेता, या परामर्श लेता भी है तो उसे कोई सही ज्योतिषी नही मिल पाता , उसे कोई गलत सलाह देने वाला ही मिलता है ।
ज्योतिष शास्त्र मनुष्य जीवन का मार्ग प्रशस्त करने के लिये है , भविष्य को पहले से जानकर उसे बदला तो नहीं जा सकता किंतु उसके लिये पहले से तैयारी की जा सकती है ।
आपको बता दिया जाये कि जिस मार्ग से आप अपनी मंजिल पर जा रहे है ,उस मार्ग मे बहुत गड्डे आयेंगे ,तो आप उस हिसाब से तैयारी करके अपनी गाडी को थोडा धीमे चलायेंगे ।
गड्डे तो आयेंगे ,लेकिन आपका अधिक नुकसान नहीं होगा ।
भारतभूषण शर्मा
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