क्या टी.वी. ओर अखबार मे बताया गया शुभ मुहूर्त सबके लिये शुभ होता है?
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समय अपनी गति से सभी के लिये एक समान ही चलता है ,लेकिन यह समय सभी के लिये शुभ-अशुभ भिन्न भिन्न होता है ।
अभी आप हँस रहे है तो हो सकता है कि इसी समय मे आपका पडौसी किसी भारी चिन्ता मे डूबा हुआ हो ।
इस क्षण मे कोई आँसु बहा रहा है तो इसी क्षण मे कोई जश्न मना रहा है ।

कहने का अर्थ है कि शुभ-अशुभ समय हर व्यक्ति के लिये भिन्न भिन्न होता है ।

यह मैं इसलिये बता रहा हुँ कि किसी भी त्यौहार पर टी.वी. ओर अखबार मे ज्योतिषी  सभी को पूजा या किसी भी कार्य के लिये मुहूर्त बताते है कि आज इतने बजे से इतने बजे के बीच पूजा करे,आपके लिये शुभ होगा ।

यह बिल्कुल गलत है , हर व्यक्ति के लिये लिये शुभ मुहूर्त (शुभ समय) अलग-अलग होता है ।
ओर यह शुभ मुहूर्त उसकी जन्मकुण्डली से निर्धारित होता है ।

लेकिन टी.वी. पर कुछेक ज्योतिषियों ने एसी भेडचाल प्रारंभ की है कि लोग मुहूर्त कि परिभाषा ही भूल गये है ।

अब दीपावली आ रही है, फिर से अखबार का एक काॅलम पूजा के लिये शुभ मुहूर्त से भरा होगा , ओर पूरा देश उसी मुहूर्त मे पूजा करेगा ,बिना अपनी बुद्धि का उपयोग किये ।

मुहूर्त इसलिये निकाला जाता है कि आपका कार्य सिद्ध हो , आप जिस काम को जिस हेतु कर रहे हो ,वह फलीभूत हो ।
लेकिन जब आप भेडचाल वाले मुहूर्त को अपना शुभ मुहूर्त मानकर उसमे लक्ष्मी पूजा करते है तो कहाँ से आपकी पूजा फलदायक होगी ।

जो निष्काम भाव से पूजा करते है उनके लिये 24 घंटे शुभ है , लेकिन जो किसी कामना को लेकर पूजा करते हैं उनके लिये शुभ मुहूर्त होना अति आवश्यक है ।
भारतभूषण शर्मा